मैं जितेन्द्र सिंह चौहान, भारत वर्ष के ह्रदय स्थल मध्य-प्रदेश के एक खुबसूरत शहर और देवी अहिल्या की पावन नगरी इंदौर {मालवा} से सम्बन्ध रखता हूँ, ग्रामीण प्रष्ठभूमि से वास्ता रखने वाला एक एकांत प्रिय इंसान हूँ,,, आजकल हैदराबाद शहर में जीवन-व्यापन कर रहा हूँ. ग़ज़ल, कवितायें पड़ना मेरा शौक है,, कभी-कभी थोडा सा लिख भी लेता हूँ.